1.सर्दियों में बंद कमरे में अंगीठी जलाकर सोने से मृत्यु क्यों हो जाती है?
सर्दियों में बंद कमरे में अंगीठी जलाकर सोने मे दहन से कार्बन मोनोआक्साइड गैस बनती है जो शरीर के रक्त के हिमोग्लोबिन से संयुक्त होकर कार्बोक्सी यौगिक बनाती है जिससे हिमोग्लोबिन ऑक्सीजन शोषित करने में असमर्थ हो जाता है और रक्त का शोधन नहीं हो जाता है इससे दम घुटने लगता है और व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है।
2.कपड़ों पर गिरे सब्जी के दाग को साबुन से धोने पर वह लाल क्यों हो जाता है?
साबुन में कास्टिक सोडा होता है। इस कास्टिक सोडे की प्रकृति भी क्षारीय होती है अतः यह सब्जी में उपस्थित हल्दी से क्रिया कर लाल रंग देता है।
3.छोटे-छोटे गड्ढों में मच्छर मारने के लिए मिट्टी तेल क्यों डालते हैं?
मच्छर पानी की सतह पर अंडे देते हैं, क्योंकि पानी का पृष्ठ-तनाव अण्डों के भार को संतुलित करता है। पानी की सतह पर मिट्टी तेल डालने से पानी का पृष्ठ तनाव कम हो जाता है जिससे मच्छर के अंडे पानी में डूब जाते हैं।
4.अधिक ऊँचाई पर पर्वतारोहियों की नाक से रक्त बहने लगता है, क्यों?
जैसे-जैसे हम पृथ्वी से ऊपर जाते हैं
वायुमंडलीय दाब कम होता जाता है। शरीर के भीतर रक्त का दाब अपेक्षाकृत अधिक होने के कारण रक्त की कोशिकाएँ फट जाती हैं और नाक से रक्त बहने लगता है।
5.परावर्तन एवं अपवर्तन (Reflection and Refraction) में क्या अंतर है ?
परावर्तन- जब प्रकाश की किरणें किसी
चमकदार एवं चिकने धरातल पर पड़ती हैं, तो प्रकाश का कुछ अंश उसी माध्यम में दूसरे माध्यम से लौट जाता है जिस माध्यम से लौट जाता है जिस माध्यम से प्रकाश गया था। इस क्रिया को प्रकाश का परावर्तन कहते हैं।
अपवर्तन- प्रकाश किरण जब एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाती है, तो वह अपने मार्ग से विचलित हो जाती है। मार्ग से विचलित होने को ही प्रकाश का अपवर्तन कहते हैं।
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