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अकबर ने बिरबल को क्यों मारा?

 अकबर ने बिरबल को क्यों मारा? अकबर के कारण हुई बिरबल की मौत। अफगानिस्तान के यूसुफजई जनजातियों ने मुगल शासन के खिलाफ सिंधु नदी के पूर्वी तट पर विद्रोह शुरू कर दिया था। अकबर द्वारा विद्रोह को कुचलने के लिए भेजे गए सैनिक मारे जा चुके थे। अकबर ने 1586 में कमांडर जैन खान की मदद के लिए अटॉक में अपनी नई सेना सुदृढीकरण के साथ बुद्धिमान बीरबल को भेजा। बीरबल और सेना स्वात घाटी (वर्तमान में पाकिस्तान) में एक संकीर्ण दर्रे में चली गईं, अफगान सैनिक पहाड़ियों में घात लगाए बैठे थे, और उन्होंने ऊपर से गोले बरसाने शुरू कर दिए। इसके बाद हुई अकबर की बड़ी हार में बीरबल और 8000 से ज्यादा सैनिक मारे गए। सबसे दुखद बात यह रही कि उनका शरीर कभी नहीं मिला। यह अकबर के लिए सबसे बड़ा सैन्य नुकसान था। कहा जाता है कि अपने पसंदीदा राजदरबारी बीरबल को खोने के गम तक कुछ नहीं खाया और पिया। वह दुखी बेहद दुखी थे क्योंकि बीरबल का शव न मिलने के कारण उनका अंतिम संस्कार भी नहीं किया जा सा था। महान अकबर ने घोषणा की थी कि सिंहासन संभालने के बाद से यह उनकी सबसे बड़ी त्रासदी थी।

पशुओं में लम्पि बीमारी (एल० एस० डी०) के रोकथाम हेतु अनुदेश

  पशुओं में लम्पि बीमारी (एल० एस० डी०) के रोकथाम हेतु अनुदेश लम्पि बीमारी

भारत के सभी राज्यों के स्थापना दिवस

 ▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬       🇮🇳 भारत के सभी राज्यों के स्थापना दिवस 🇮🇳 ▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬▬ 1. अरुणाचल प्रदेश 👉  20 फरवरी, 1987 2. असम 26 👉  01 जनवरी 1950 3. आंध्र प्रदेश 👉  01 नवंबर 1956 4. उड़ीसा 👉  01 अप्रैल 1936 5. उत्तर प्रदेश 👉  26 जनवरी 1950 6. उत्तराखंड 👉  09 नवंबर 2000 7. कर्नाटक 👉  01 नवंबर 1956 8. केरल 👉 1 नवंबर 1956 9. गुजरात 👉  1 मई 1960 10. गोवा 👉  30 मई 1987 11. छत्तीसगढ़ 👉  01 नवंबर 2000 12. जम्मू और कश्मीर व लद्दाख 👉  26 जनवरी 1950 (अब (UN) केन्द्र शासित हैं)। 13. झारखंड 👉 15 नवंबर 2000 14. तमिलनाडु 👉  26 जनवरी 1950 15. तेलंगाना 👉  02 जून 2014 16. त्रिपुरा 👉  21 जनवरी 1972 17. नागालैंड 👉 01 दिसंबर 1963 18. पंजाब  👉  01 नवंबर 1966 19. पश्चिम बंगाल 👉 01 नवंबर 1956 20. बिहार 👉 01 अप्रैल 1912 21. मणिपुर 👉  21 जनवरी 1972 22. मध्यप्रदेश 👉 01 नवंबर 1956 23. महाराष्ट्र 👉 1 मई 1960 24. मिजोरम 👉  20 फ़रवरी 1987 25. मेघालय 👉  21 जनवरी 1972 26. राजस्थान 👉  01 नवंबर 1956 27. सिक्किम 👉  16 मई 1975 28. हरियाणा 👉  01 नवंबर 1966 29. हिमाचल प्रदेश 👉  25 जन

विटामिन के रासायनिक नाम और रोग

  YouTube विटामिन के रासायनिक नाम और रोग * विटामिन • ए (A) * * रेटीनॉल * बी (B) *  * थायमिन * सी (C) * * एस्कोर्बिक एसिड *  * डी (D) ** कैल्सिफेराल  * ई (E) * टोकोफेराल * के (K) * फिलिक्कोनान * बी1 (B1) * थाइमिन * बी2 (B2) * रैबोफ्लोविन * बी3 (B3) निकोटिनैमाइड या नियासिन * बी5 (B5) * बी6 (86) * पैंटोथेनिक अम्ल * बायोटिन * बी12 (B12 * सएनोकोबाल्मिन * जिस विटामिन में कोबाल्ट होता है, वह है  - विटामिन बी12 * मछलियों के यकृत के तेल में किसकी प्रचुलता होती है  - विटामिन डी * विटामिन डी के सर्जन में क्या पाया जाता है  - कैल्सिफेरॉल * पपीता में मुख्यतः कौन सा विटामिन पाया जाता है  - विटामिन सी * घाव को भरने में सहायक विटामि है  - विटामिन सी * विटामिन ई विशेषतः किसके लिए महत्वपूर्ण है  - लिग ग्रन्थियों की सामान्य क्रिया में * रक्त का थक्का बनने में किस विटामिन की आवश्यकता होती है  - विटामिन के की * विटामिन ई का रासायनिक नाम है  - टोकेफेरॉल * रुधिर स्कन्दन में कौन सा विटामिन प्रभावी होता है  - विटामिन के * लौह का अंश सबसे अधिक पाया जाता है  - पालक * सामान्य क्रियाशील महिला के लिए प्रोटीन की दै

World Blood Donor Day 2022: History, theme and specific goals for this year

  World Blood Donor Day 2022: History, theme and specific goals for this year World Blood Donor Day is observed annually on June 14 with an aim to raise awareness of the need for safe blood and blood products for transfusion. The day also honours the crucial contribution that voluntary, unpaid blood donors to save lives. World Blood Donor Day provides an opportunity to encourage governments and health authorities to provide adequate resources to increase the collection of blood from voluntary, unpaid blood donors. Every day millions of lives are saved by transfusion performed with safe blood and blood products. The World Health Organization (WHO) has designated 'Donating blood is an act of solidarity. Join the effort and save lives, as the slogan and theme for this year's Blood Donor Day. The campaign aims to draw attention to the roles that voluntary blood donations play in saving lives and enhancing solidarity within communities. ALSO READ | View: Donating blood is akin to do

Class 9 अध्याय 2 क्या हमारे आस-पास के पदार्थ शुद्ध हैं

क्या हमारे आस-पास के पदार्थ शुद्ध हैं 

ncert class 9 sst chapter 1 history ||फ्रांसीसी क्रांति||

पाठ 1. फ्रांसीसी क्रांति Important Notes (नोट्स)  • फ्रांस के लोग महंगाई कर वृद्धि और निरंकुश शासन से परेशान थे।  • फ्रांसीसी क्रांति ने फ्रांस में राजतंत्र को समाप्त कर दिया । • क्रांति के दौरान तैयार किया गया मानव अधिकार घोषणापत्र एक नए युग के आगमन का द्योतक था ।  • सन 1774 में बुब राजवंश का लुई XVI फ्रांस की राजगद्दी पर आसीन हुआ | • जब लुई XVI फ्रांस की राजगद्दी पर आसीन हुआ तो राजकोष खाली था और कई युद्ध लड़ने के कारण कर्ज के बोझ से दबा था। कर्ज का बोझ दिनों दिन बढ़ता जा रहा था । • अठारहवीं सदी में फ्रांसीसी समाज तीन एस्टेट्स में बंटा हुआ था और केवल तीसरे एस्टेट के लोग ही कर अदा करते थे | पूरी आबादी में लगभग 90 प्रतिशत किसान थे। लगभग 60 प्रतिशत जमीन पर कुलीनों, चर्च और तीसरे एस्टेट्स के अमीरों का अधिकार था।  • प्रथम दो एस्टेट्स, कुलीन वर्ग एवं पादरी वर्ग के लोगों को कुछ विशेषाधिकार प्राप्त था, जिसमें महत्वपूर्ण  था राज्य को दिए जाने वाले कर से छुट ।  • कुलीन वर्ग किसानों से सामंती कर वसूला करता था। वहाँ के किसान अपने स्वामी के घर एवं खेतों में काम .  सैन्य सेवाएँ देना अथवा सड़क के नि

class 9 science chapter 1 हमारे आस-पास के पदार्थ

अध्याय का सारांश  • संसार की सभी वस्तुएँ जिस सामग्री से बनी हैं, वैज्ञानिक उसे पदार्थ कहते है। • वे वस्तुएँ जिनका द्रव्यमान होता है और स्थान (आयतन) घेरती है, पदार्थ कहलाता है। • प्राचीन भारत के दार्शनिकों ने पदार्थ को पंचतत्व वायु, पृथ्वी, अग्नि, जल और आकाश से बना बताया इन्ही पंचतत्व में वर्गीकृत किया है। • सभी पदार्थ कणों से मिलकर बने होते हैं । • पदार्थ के कण अत्यंत सूक्ष्म होते है। . पदार्थ के कणों के बीच रिक्त स्थान होता है। . पदार्थ के कण निरंतर गतिशील होते हैं। पदार्थ के कण एक-दूसरे को आकर्षित करते है। पदार्थ के कणों में गतिज ऊर्जा होती है और तापमान बढ़ने से कणों की गति तेज हो जाती . . है। • पदार्थ के कण अपने आप ही एक दुसरे के साथ अंतः मिश्रित हो जाते हैं। ऐसा कणों के रिक्त स्थानों में समावेश के कारण होता है । • दो विभिन्न पदार्थों के कणों का स्वतः मिलना विसरण कहलाता है। • पदार्थ के कणों के बीच एक बल कार्य करता है। यह बल कणों को एक साथ जाता है। रखता है। इसे अंतराणुक बल भी कहा • प्रत्येक पदार्थ में यह आकर्षण बल अलग-अलग होता है इन्ही बलों के कारण पदार्थ की अवस्थाएं बनती है। • पदार्

भारत रत्न डॉ० भीमराव अम्बेडकर

भारत रत्न डॉ० भीमराव अम्बेडकर 14 अप्रैल, 1891 से 6 दिसंबर, 1956 तक छूआछूत के विरुद्ध कानून बनाने और इसको भारतीय समाज से मिटाने के लिए जीवन भर संघर्ष करने वाले डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के अम्बावाडे नामक गांव में हुआ था। उनका पूरा नाम भीमराव अम्बावाडेकर था। इनके पिता का नाम श्री रामजी सकपाल था। स्कूल जीवन से ही इन्हें छूआछूत के शूल की चुभन लगी। हाई स्कूल में पढ़ते समय से में इनकी तीव्र बुद्धि के कारण एक ब्राह्मण अध्यापक इनको बहुत पसन्द करते थे। उन्होंने इनका नाम अम्बावाडेकर से बदलकर अम्बेडकर कर दिया। उन्होंने एलफिन्स्टन कॉलेज से इण्टरमीडिएट की परीक्षा पास की तथा; 1912 में बी०ए० की डिग्री प्राप्त की। उसके बाद 1913 में पिता के स्वर्गवास के पश्चात बड़ौदा के महाराजा के यहाँ नौकरी करने लगे। इनके कार्य से प्रभावित होकर बड़ौदा के राजा ने उच्च शिक्षा के लिए इन्हें अमेरिका भेज दिया। अमेरिका से डाक्टरेट की उपाधि लेकर लौटे डॉ० अम्बेडकर को उच्च पद पर होते हुए भी अपमान सहना करना पड़ता था। 1920 में बैरिस्टर की पढ़ाई करने लन्दन गये और 1922 में बैरिस्